[ कबीर के दोहे ] बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलिया कोय – Bura Jo Dekhan Main Chala Doha With Hindi Meaning
कबीरदास जी मध्यकालीन भारत के भक्ति-साहित्य की ज्ञानाश्रयी शाखा के अत्यंत महत्त्वपूर्ण और विद्रोही संत-कवि थे। कबीर दास की वाणी को साखी, सबद ओर रमैनी तीनों रूपों में लिखा गया है। कबीर ईश्वर को मानते …