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Amavasya Date List 2025 – अमावस्या कब-कब है ? यहां देखें पूरी अमावस्या लिस्ट

Amavasya Date List 2025 – हिन्दू कैलेण्डर में तिथि चन्द्रमा के अनुसार बदलती है – चन्द्रमा के घटते और बढते हुए को पक्ष कहा जाता है और एक महीने में दो पक्ष होते है – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या या अमावस कहते है। इस दिन चन्द्रमा पूर्ण रूप से नहीं दिखाई देता है और यह तिथि महीने में एक बार आती है। साल में कुल 12 Amavas Tithi होती हैं। आइए जानते हैं साल 2025 में अमावस्या कब कब है

अमावस्या कब है 2025 – Amavasya 2025 Date List

साल 2025 के जनवरी से दिसंबर तक की अमावस्या तिथि की सूची नीचे टेबल में दी गई है। चलिए देखते है हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस साल में Amavasya Kab Ki Hai –

अमावस्यादिनांकसमय / मुहूर्त
माघ अमावस्या29 जनवरी 2025 (बुधवार)समय देखें
फाल्गुन अमावस्या27 फरवरी 2025 (गुरुवार)समय देखें
चैत्र अमावस्या29 मार्च 2025 (शनिवार)समय देखें
वैशाख अमावस्या27 अप्रैल 2025 (रविवार)समय देखें
ज्येष्ठ अमावस्या27 मई 2025 (मंगलवार)समय देखें
आषाढ़ा अमावस्या25 जून 2025 (बुधवार)समय देखें
श्रावण अमावस्या24 जुलाई 2025 (गुरुवार)समय देखें
भाद्रपद अमावस्या23 अगस्त 2025 (शनिवार)समय देखें
अश्विन /महालय अमावस्या21 सितंबर 2025 (रविवार)समय देखें
कार्तिक अमावस्या21 अक्टूबर 2025 (मंगलवार)समय देखें
मार्गशीर्ष अमावस्या20 नवंबर 2025 (गुरुवार)समय देखें
पौष अमावस्या19 दिसंबर 2025 (शुक्रवार)समय देखें
Amavasya Date List 2025

जनवरी में अमावस्या कब की है?

29 जनवरी 2025, बुधवार

  • माघ अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 07:35 PM, 28 जनवरी से
  • अमावस्या समाप्त – 06:05 PM, 29 जनवरी तक

फरवरी में अमावस्या तिथि कब है?

27 फरवरी 2025, गुरुवार

  • फाल्गुन अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 08:54 AM, 27 फरवरी से
  • अमावस्या समाप्त – 06:14 AM, 28 फरवरी तक

मार्च में अमावस्या कब है?

29 मार्च 2025, शनिवार

  • चैत्र अमावस्या (सोमवती अमावस्या )
  • अमावस्या प्रारम्भ – 07:55 PM, 28 मार्च से
  • अमावस्या समाप्त – 04:27 PM, 29 मार्च तक

अप्रैल में अमावस्या कब है?

27 अप्रैल 2025, रविवार

  • वैशाख अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 04:49 PM, 27 अप्रैल से
  • अमावस्या समाप्त – 01:00 PM, 28 अप्रैल तक

मई में अमावस्या तिथि कब है?

27 मई 2025, मंगलवार

  • ज्येष्ठ अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 12:11 PM, 26 मई से
  • अमावस्या समाप्त – 08:31 AM, 27 मई तक

जून में अमावस्या कब है?

25 जून 2025, बुधवार

  • आषाढ़ अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 06:59 PM, 24 जून से
  • अमावस्या समाप्त – 04:00 PM, 25 जून तक

जुलाई में अमावस्या तिथि कब है?

24 जुलाई 2025, गुरुवार

  • श्रावण अमावस्या (हरियाली अमावस्या)
  • अमावस्या प्रारम्भ – 02:28 AM, 24 जुलाई से
  • अमावस्या समाप्त – 12:40 AM, 25 जुलाई तक

अगस्त में अमावस्या कब है?

23 अगस्त 2025, शनिवार

  • भाद्रपद अमावस्या (Bhadrapada Amavasya)
  • अमावस्या प्रारम्भ – 11:55 AM, 22 अगस्त से
  • अमावस्या समाप्त – 11:35 AM, 23 अगस्त तक

सितंबर में अमावस्या तिथि कब है?

21 सितंबर 2025, रविवार

  • आश्विन अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 12:16 AM, 21 सितम्बर से
  • अमावस्या समाप्त – 01:23 AM, 22 सितम्बर तक

अक्टूबर में अमावस्या कब की है?

21 अक्टूबर 2025, मंगलवार

  • कार्तिक अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 03:44 PM, 20 अक्टूबर से
  • अमावस्या समाप्त – 05:54 PM, 21 अक्टूबर तक

नवंबर में अमावस्या कब है?

20 नवंबर 2025, गुरुवार

  • मार्गशीर्ष अमावस्या (Margashirsha Amavasya)
  • अमावस्या प्रारम्भ – 09:43 AM, 19 नवम्बर से
  • अमावस्या समाप्त – 12:16 PM, 20 नवम्बर तक

दिसम्बर में अमावस्या कब है?

19 दिसम्बर 2025, शुक्रवार

  • पौष अमावस्या
  • अमावस्या प्रारम्भ – 04:59 AM, 19 दिसम्बर से
  • अमावस्या समाप्त – 07:12 AM, 20 दिसम्बर तक

अमावस्या तिथि का महत्व

हिन्दू धर्म में अमावस्या का धार्मिक दृष्टि से खास महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या तिथि (Amavas Tithi) के स्वामी पितृ देव होते हैं। ऐसे में इस तिथि में देवी-देवताओं का पूजन, स्नान-दान और पितरों के निमित्त तर्पण और श्राद्ध कर्म करना शुभ होता है।

माना जाता है कि इस दिन व्रत करने और शिव पार्वती की पूजा करने से सुहाग की आयु लंबी होती है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। दांपत्य जीवन में स्नेह और सद्भाव बढ़ाने के लिए भी अमावस्या का व्रत रखा जाता है। अमावस्या के दिन पितृ तर्पण और स्नान-दान करना शुभ होता है। 


इस महीने की अन्य तिथियाँ

हिंदू कैलेंडर में एक चंद्र मास में दो पक्ष होते हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष और प्रत्येक पक्ष में 15-15 तिथियां होती है। दोनों पक्षों में 14 तिथियां समान होती है लेकिन कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या और शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि पूर्णिमा कही जाती है। इस वर्ष की अन्य तिथियाँ नीचे दी हुई है –

प्रतिपदा (पड़वा) कब है?नवमी (नौमी) कब है?
द्वितीया (दूज) कब है?दशमी (दसम) कब है?
तृतीया (तीज) कब है?एकादशी (ग्यारस) कब है?
चतुर्थी (चौथ) कब है?द्वादशी (बारस) कब है?
पंचमी (पचमी) कब है?त्रयोदशी (तेरस) कब है?
षष्ठी (छठ) कब है?चतुर्दशी (चौदस) कब है?
सप्तमी (सातम) कब है?पूर्णिमा (पूरनमासी) कब है?
अष्टमी (आठम) कब है?अमावस्या (अमावस) कब है?

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